2. प्रारंभिक संघर्ष सीमित संसाधनों और प्रशिक्षण सुविधाओं की कमी के बावजूद, चंदू ने अपने गांव में ही खेल के प्रति अपनी रुचि और प्रतिभा को विकसित किया।
3. पहचान स्थानीय एथलेटिक प्रतियोगिता में उनके प्रदर्शन से प्रभावित होकर, एक स्थानीय कोच ने उनकी प्रतिभा को पहचाना और उन्हें प्रशिक्षण देने का निर्णय लिया।
4. प्रशिक्षण राज्य के खेल अकादमी में चयनित होने के बाद, चंदू ने संरचित प्रशिक्षण और कड़ी मेहनत के माध्यम से अपनी क्षमता को निखारा।
5. प्रतिकूलताएं प्रशिक्षण के दौरान एक गंभीर चोट का सामना करने के बाद, डॉक्टरों ने उन्हें लंबे समय तक खेल से दूर रहने की सलाह दी, लेकिन चंदू ने हार नहीं मानी और पुनर्वास के माध्यम से वापसी की।
9. सामाजिक योगदान चंदू ने अपने गाँव में एक खेल अकादमी की स्थापना की, जो ग्रामीण क्षेत्रों से आने वाले बच्चों को बेहतर प्रशिक्षण और संसाधन प्रदान करती है।
10. स्थायी प्रभाव चंदू चैंपियन ने न केवल खेल जगत में अपनी पहचान बनाई, बल्कि उन्होंने खेल के माध्यम से सामाजिक बदलाव और नई पीढ़ी के एथलीटों को प्रेरित करने में महत्वपूर्ण योगदान दिया।